दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर लगातार खतरनाक बना हुआ है, जिसे देखते हुए अब विदेशी सरकारों ने भी अपने नागरिकों के लिए चेतावनी जारी करना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में, सिंगापुर ने अपने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है।
सिंगापुर के दूतावास ने एक बयान में सिंगापुर के लोगों से दिल्ली में बाहर नहीं निकलने के लिए कहा है। साथ ही दूतावास ने अपने नागरिकों को दिल्ली के आसपास फ्लाइट से यात्रा करने में भी सावधानी बरतने की सलाह दी है, क्योंकि खराब विजिबिलिटी के कारण उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं।
दूतावास की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर काफी खतरनाक है। सरकार ने इसे देखते हुए ग्रैप-4 (GRAP-4) लागू किया है। दूतावास ने अपने नागरिकों से इसका पालन करने और सावधानी बरतते हुए घरों में ही रहने को कहा है।
नागरिकों के लिए एडवाइजरी में क्या है?
सिंगापुर दूतावास ने अपनी एडवाइजरी में दिल्ली में रहने वाले नागरिकों के लिए निम्नलिखित दिशा-निर्देश दिए हैं:
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सभी नागरिक N95 मास्क का इस्तेमाल करें।
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अपने बच्चों को अकारण घरों से बाहर न निकलने दें और बाहरी गतिविधियों को सीमित रखें।
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ग्रैप-4 प्रतिबंध के तहत दिल्ली सरकार ने जो भी नियम लागू किए हैं, उसका सख्ती से पालन करें।
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जरूरत पड़ने पर सिंगापुर के नागरिक नई दिल्ली स्थित उच्चायोग से संपर्क कर सकते हैं, जिसके लिए संपर्क नंबर भी जारी किया गया है।
सिंगापुर डायस्पोरा के मुताबिक, भारत में करीब $4100$ सिंगापुर के निवासी रहते हैं, जबकि दूतावास से जुड़े लोग भी यहाँ मौजूद हैं, जिससे यह एडवाइजरी करीब $5000$ नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण है।
🇬🇧 UK और कनाडा भी चिंतित
यह चिंता सिर्फ सिंगापुर तक सीमित नहीं है। ब्रिटेन और कनाडा जैसे देश भी अपने नागरिकों को दिल्ली की प्रदूषित हवा को लेकर आगाह कर चुके हैं।
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ब्रिटेन: उसने साफ कहा है कि सर्दियों के महीनों में दिल्ली और उत्तर भारत के कई शहरों में प्रदूषण बेहद खतरनाक स्तर पर पहुँच जाता है और यह एक बड़ा स्वास्थ्य जोखिम है।
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कनाडा: कनाडा ने भी दिल्ली में यात्रा करने वाले नागरिकों को प्रदूषण स्तर पर नजर रखने और बाहर की गतिविधियाँ सीमित रखने की सलाह दी है।
सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
दिल्ली-एनसीआर में गंभीर वायु प्रदूषण पर भारत की सुप्रीम कोर्ट ने भी सख्त टिप्पणी की है। चीफ जस्टिस सूर्यकांत ने एक मामले में सुनवाई के दौरान कहा:
"अमीर वर्ग प्रदूषण पैदा करता है, जबकि गरीब मजदूर वर्ग इसका सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतता है।"
चीफ जस्टिस के मुताबिक, जो लोग बाहर खुले में काम करते हैं और अक्सर महंगे सुरक्षा उपकरण नहीं खरीद सकते, उन्हें प्रदूषण सबसे ज्यादा परेशान कर रहा है।
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-4, जो सबसे सख्त चरण माना जाता है, लागू किया जा चुका है। इसके बावजूद, हवा इतनी जहरीली हो चुकी है कि आँखों में जलन, साँस की तकलीफ और गंभीर बीमारियों का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। दिल्ली की हवा अब सिर्फ देश के भीतर की समस्या नहीं रह गई है; अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी अब इसे एक गंभीर स्वास्थ्य संकट मान रहा है।
क्या आप जानना चाहेंगे कि GRAP स्टेज-4 के तहत दिल्ली में कौन-कौन सी मु