पाकिस्तान में एक हफ्ते में तीन बार भूकंप आना यह दर्शाता है कि यह इलाका भूकंपीय रूप से संवेदनशील (seismically active) है। खासकर उत्तरी पाकिस्तान, अफगानिस्तान की सीमा से सटे क्षेत्र और कश्मीर क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेट्स के जंक्शन पर स्थित हैं, जिससे वहां भूकंप की घटनाएं बार-बार होती हैं।
4.0 से 4.9 तीव्रता वाले भूकंप आमतौर पर हल्के माने जाते हैं लेकिन यदि किसी क्षेत्र की आबादी घनी हो या निर्माण मानकों का पालन न हो रहा हो, तो ऐसे भूकंप भी डर और नुकसान का कारण बन सकते हैं। पाकिस्तान के कई इलाकों में कमजोर इमारतें और खराब बुनियादी ढांचे की वजह से कम तीव्रता वाले भूकंप भी जानलेवा हो सकते हैं।
इस तरह की बार-बार आने वाली गतिविधियों को देखकर ये भी संभव है कि भविष्य में एक बड़ा भूकंप आने का खतरा बना रहे, क्योंकि ये छोटे झटके कभी-कभी बड़े भूकंप से पहले की चेतावनी (foreshocks) भी हो सकते हैं।