ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

पाकिस्तान में गेहूं की बंपर पैदावार, फिर भी सड़कों पर किसान, जानें क्यों?

Photo Source :

Posted On:Tuesday, May 7, 2024

पाकिस्तान में किसान गेहूं संकट के खिलाफ 10 मई से दिल्ली में राष्ट्रव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे। किसान संगठन इत्तेहाद ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि मुल्तान से शुरू होने वाले आंदोलन में हजारों किसान शामिल होंगे. पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, देश में बंपर उत्पादन के बावजूद गेहूं की कीमतें 3900 रुपये प्रति 40 किलो के आसपास बनी हुई हैं. साथ ही सरकार देश के किसानों से गेहूं खरीदने की बजाय विदेशों से आयात कर रही है. जिससे किसानों में आक्रोश है।

गेहूं को लेकर किसानों ने 30 अप्रैल को भी विरोध प्रदर्शन किया था. इस प्रदर्शन में सैकड़ों किसानों को हिरासत में लिया गया. अजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, किसान गेहूं आयात करने के सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं. जैसे ही सरकार गेहूं का आयात करती है, गेहूं की कीमत गिर गई है।

कैबिनेट स्तर की कमेटी करेगी जांच- पीएम शाहबाज

इस मामले को लेकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने कहा कि गेहूं आयात के फैसले को लेकर कैबिनेट स्तर पर एक जांच समिति बनाई गई है. समिति अनवर उल हक कक्कड़ के नेतृत्व वाली पिछली कार्यवाहक सरकार के फैसलों की जांच करेगी। देश में पर्याप्त आपूर्ति होने के बावजूद गेहूं का आयात क्यों किया जा रहा है?

कार्यवाहक सरकार ने 100 अरब रुपये का मुनाफ़ा कमाया

किसान इत्तेहाद के अध्यक्ष खालिद खोखर ने कहा कि मैंने कई किसान संगठनों से बात की है और हमने अपने हित के लिए नहीं बल्कि देश के हित के लिए विरोध करने का फैसला किया है। खोखर ने कहा कि विदेशी मुद्रा की कमी के बावजूद कार्यवाहक सरकार ने 200 करोड़ रुपये का गेहूं आयात किया। 400 अरब से अधिक के विदेशी भंडार को नुकसान हुआ। खोखर ने दावा किया कि कार्यवाहक सरकार के प्रमुख अनवर-उल-हक काकर ने गेहूं आयात से 100 अरब रुपये का मुनाफा कमाया। खोखर ने कहा कि 10 मई को मुल्तान में देशभर से किसान अपने परिवार और जानवरों के साथ आंदोलन में शामिल होंगे.


इन्दौर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. indorevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.