केनरा रोबेको एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) के शेयरों की आज, गुरुवार 16 अक्टूबर को घरेलू शेयर बाजारों में मजबूत लिस्टिंग हुई। कंपनी का शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) दोनों पर ही अपने आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक पेशकश) मूल्य के मुकाबले प्रीमियम पर सूचीबद्ध हुआ, जिससे निवेशकों को लिस्टिंग के दिन ही सकारात्मक रिटर्न मिला। केनरा रोबेको एएमसी का शेयर 266 रुपये के आईपीओ मूल्य के मुकाबले 14.25 रुपये या 5.36 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 280.25 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ। लिस्टिंग के तुरंत बाद कंपनी के शेयरों में उछाल देखा गया, जो बाजार में एएमसी सेक्टर और कंपनी के फंडामेंटल्स में निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है।
आगे भी बढ़त की संभावना
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि यह शेयर आगे भी मजबूती दिखा सकता है। पीएल कैपिटल (PL Capital) जैसे प्रतिष्ठित घरेलू ब्रोकरेज फर्म ने केनरा रोबेको एएमसी के शेयरों पर 'खरीदें' (Buy) रेटिंग के साथ कवरेज शुरू कर दिया है। ब्रोकरेज ने इस स्टॉक के लिए 320 रुपये प्रति शेयर का लक्ष्य मूल्य (टार्गेट प्राइस) निर्धारित किया है। यह लक्ष्य मूल्य आईपीओ मूल्य (266 रुपये) से 20 प्रतिशत से अधिक की संभावित बढ़त को इंगित करता है, जो निवेशकों के लिए उत्साहजनक खबर है।
आईपीओ को मिला था जबरदस्त रिस्पॉन्स
केनरा रोबेको एएमसी के 1,326 करोड़ रुपये के आईपीओ को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली थी। 9 अक्टूबर से 13 अक्टूबर के बीच सार्वजनिक बोली के लिए खुला यह ऑफर 253-266 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर पेश किया गया था। इस आईपीओ को कुल मिलाकर लगभग 10 गुना (9.74 गुना) सब्सक्राइब किया गया था, जो इसकी मजबूत मांग को दर्शाता है।
हालांकि, यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) था, जिसमें लगभग 5 करोड़ शेयरों की बिक्री शामिल थी और कोई भी फ्रेश इश्यू कंपोनेंट नहीं था। इसका मतलब है कि आईपीओ से जुटाई गई धनराशि सीधे कंपनी के पास नहीं जाएगी, बल्कि यह शेयर बेचने वाले प्रमोटरों को मिलेगी। वर्तमान में, केनरा बैंक के पास केनरा रोबेको में 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष हिस्सेदारी ओरिक्स कॉर्पोरेशन होल्डिंग के पास है।
32 साल पुरानी विरासत
केनरा रोबेको एएमसी की स्थापना 1993 में हुई थी और यह देश की पुरानी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों में से एक है। यह केनरा बैंक (51%) और ओरिक्स कॉर्पोरेशन यूरोप एन.वी. (49%) के बीच एक संयुक्त उद्यम (जॉइंट वेंचर) है। मुंबई में पंजीकृत कार्यालय वाली यह एएमसी इक्विटी, डेट और हाइब्रिड श्रेणियों में 26 विभिन्न प्रकार की म्यूचुअल फंड योजनाओं का प्रबंधन करती है।
30 जून 2025 तक, कंपनी का औसत परिसंपत्ति प्रबंधन के तहत (एवरेज एसेट्स अंडर मैनेजमेंट - एयूएम) ₹1.11 लाख करोड़ रहा है। एक मजबूत मल्टी-चैनल वितरण प्रणाली, संस्थागत संबंधों और एक बड़े खुदरा निवेशक आधार के समर्थन के कारण कंपनी ने बाजार में अपनी मजबूत स्थिति बनाए रखी है। सफल लिस्टिंग के बाद, बाजार की निगाहें अब इसके प्रदर्शन और ब्रोकरेज के लक्ष्य मूल्य को छूने की संभावना पर टिकी रहेंगी।