अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई के बाद एक नई योजना की घोषणा की है, जिसे 'गोल्ड कार्ड स्कीम' नाम दिया गया है। इस योजना के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अमेरिकी नागरिकता प्राप्त कर सकता है, लेकिन इसकी निर्धारित कीमत ने सभी को चौंका दिया है। आइए, ट्रंप के इस नए प्लान के बारे में विस्तार से जानते हैं।
EB-5 वीजा की जगह लेगी गोल्ड कार्ड स्कीम
अमेरिका में स्थायी निवास के लिए ग्रीन कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। गोल्ड कार्ड स्कीम को ग्रीन कार्ड का प्रीमियम संस्करण कहा जा सकता है। ट्रंप ने घोषणा की है कि वे EB-5 वीजा को समाप्त करके उसकी जगह गोल्ड कार्ड स्कीम लाएंगे, जो 15 दिनों के भीतर शुरू हो जाएगी। हालांकि, इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए ट्रंप ने पांच गुना अधिक राशि की मांग की है।
ग्रीन कार्ड क्या है?
वर्तमान में, अमेरिका में रहने के लिए लोग ग्रीन कार्ड का उपयोग करते हैं। ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए EB-1, EB-2, EB-3, EB-4, और EB-5 वीजा जैसे प्रोग्राम उपलब्ध हैं। इनमें से EB-5 वीजा सबसे उत्कृष्ट माना जाता है। 1990 से लागू इस वीजा के लिए आवेदकों को 1 मिलियन डॉलर (लगभग 8.75 करोड़ रुपये) का निवेश करना पड़ता है।
ग्रीन कार्ड वीजा के फायदे
काम या पढ़ाई के लिए अमेरिका जाने वाले लोग ग्रीन कार्ड वीजा के लिए आवेदन करते हैं, जो 4-6 महीने में प्राप्त हो सकता है। इसके माध्यम से अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने का मार्ग भी सरल हो जाता है। लेकिन अब ट्रंप ने EB-5 वीजा को समाप्त करके गोल्ड कार्ड स्कीम लॉन्च करने की घोषणा की है।
गोल्ड कार्ड स्कीम क्या है?
ट्रंप के अनुसार, गोल्ड कार्ड प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को अमेरिकी नागरिकता के साथ-साथ अमेरिका में निवेश करने का अवसर भी मिलेगा। साथ ही, उन्हें ग्रीन कार्ड की सभी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। हालांकि, गोल्ड कार्ड प्राप्त करना आसान नहीं होगा; इसके लिए आवेदकों को 5 मिलियन डॉलर (लगभग 43 करोड़ रुपये) का भुगतान करना होगा। अमेरिकी सरकार इस धनराशि का उपयोग देश के वित्तीय घाटे को कम करने के लिए करेगी।
भारत पर प्रभाव
ग्रीन कार्ड धारक भारतीय नागरिक दशकों तक अमेरिकी नागरिकता की प्रतीक्षा करते हैं। कई लोग इसके लिए EB-5 वीजा पर निर्भर थे, लेकिन अब गोल्ड कार्ड उनके लिए महंगा सौदा साबित हो सकता है। अधिकांश ग्रीन कार्ड धारक इतनी बड़ी राशि चुकाने में सक्षम नहीं हैं, जिससे उनके लिए अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करना कठिन हो जाएगा।
इस नई योजना के तहत, अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण परिवर्तन होंगे, जो विशेष रूप से उन लोगों को प्रभावित करेंगे जो वर्तमान में ग्रीन कार्ड के माध्यम से नागरिकता प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं। ट्रंप की इस घोषणा ने न केवल अमेरिका में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा को जन्म दिया है, विशेषकर उन देशों में जहां से बड़ी संख्या में लोग अमेरिकी नागरिकता की आकांक्षा रखते हैं।
अंततः, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि यह योजना कैसे लागू होती है और इसका वास्तविक प्रभाव क्या होता है, विशेषकर उन समुदायों पर जो अमेरिकी सपने को साकार करने की इच्छा रखते हैं।