भारत और साउथ अफ्रीका के बीच वनडे मुकाबले हमेशा हाई-वोल्टेज प्रदर्शन, क्लासिक बैटिंग और बेहतरीन गेंदबाजी के लिए याद किए जाते हैं। लेकिन इन रोमांचक मैचों में कुछ खिलाड़ियों के लिए ‘डक’ यानी शून्य पर आउट होना भी एक यादगार—या कहें कड़वी—याद बनकर दर्ज है। क्रिकेट में जीरो रन पर आउट होना आम है, लेकिन जब ऐसा बार-बार हो, तो खिलाड़ी के आत्मविश्वास से लेकर टीम की रणनीति तक पर असर छोड़ता है। आज नजर डालते हैं उन खिलाड़ियों पर, जिनके नाम IND vs SA ODI में सबसे ज्यादा डक दर्ज हैं।
1. अनिल कुंबले – 5 बार डक
भारत के महान स्पिनर अनिल कुंबले भले ही विकेट लेने के मामले में रिकॉर्ड बुक में चमकते हों, लेकिन इस सूची में वे टॉप पर हैं।
-
करियर अवधि: 1992–2006
-
मैच: 40
-
पारियां: 28
-
डक: 5
कुंबले का असली योगदान हमेशा गेंद से रहा और दक्षिण अफ्रीका जैसे मजबूत बल्लेबाजी यूनिट के खिलाफ उनकी गेंदबाजी ही भारत की सबसे बड़ी ताकत रही। मगर बल्ले से वे अक्सर संघर्ष करते दिखे।
2. हरभजन सिंह – 4 बार डक
‘टर्बनेटर’ हरभजन सिंह गेंद से विपक्षी बल्लेबाजों को नचाने के लिए मशहूर थे।
-
करियर अवधि: 2001–2015
-
मैच: 24
-
पारियां: 20
-
डक: 4
हरभजन लोअर ऑर्डर में बड़े शॉट खेलने की क्षमता रखते थे, लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ उनकी यही कोशिश कई बार उलटी साबित हुई और वे शून्य पर पवेलियन लौटे।
3. डेविड मिलर – 4 बार डक
साउथ अफ्रीका के ‘फिनिशर’ डेविड मिलर अपनी विस्फोटक हिटिंग के लिए जाने जाते हैं, लेकिन भारत के खिलाफ उनकी डक स्टोरी भी उतनी ही दिलचस्प है।
-
करियर अवधि: 2011–2023
-
मैच: 29
-
रन: 513
-
डक: 4
मिलर वह खिलाड़ी हैं, जो किसी भी समय मैच का रुख मोड़ सकते हैं। इसके बावजूद, भारत की गेंदबाजी लाइनअप के सामने वे कई बार बिना खाता खोले आउट हुए।
4. जहीर खान – 3 बार डक
भारत के स्विंग मास्टर जहीर खान ने अपनी गेंदबाजी से अफ्रीकी बल्लेबाजों पर दबदबा बनाए रखा।
-
मैच: 17
-
पारियां: 10
-
डक: 3
हालांकि बल्ले से उनका योगदान कम ही देखा गया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ वे कई मौकों पर रन बनाने में असफल रहे।
5. मॉर्न मोर्केल – 3 बार डक
साउथ अफ्रीका की तेज गेंदबाजी बैटरी के अहम खिलाड़ी रहे मॉर्न मोर्केल का भी यही हाल रहा।
-
मैच: 20
-
पारियां: 12
-
डक: 3
भारतीय गेंदबाजों के सामने मोर्केल का कमजोर बैटिंग पक्ष साफ सामने आया और वे अक्सर बिना रन बनाए आउट होते रहे।
नतीजा क्या बताता है?
IND vs SA ODI इतिहास सिर्फ शतकों, साझेदारी और हैट्रिक जैसे रिकॉर्ड से ही नहीं भरा, बल्कि कई ऐसे आंकड़ों से भी बना है जो मैच के दूसरे पहलू को उजागर करते हैं।
-
गेंदबाज बल्ले से संघर्ष करते हैं
-
दबाव वाले मुकाबलों में लोअर ऑर्डर कई बार ढहता है
-
बल्लेबाजी परिस्थितियां और विपक्ष की क्वालिटी इसका बड़ा कारण है
साउथ अफ्रीका के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों ने हमेशा कठिन पिच और तेज गेंदबाजी झेली, वहीं भारत की स्पिन अटैक ने अफ्रीकी खिलाड़ियों को कम स्कोर पर समेटने में बड़ी भूमिका निभाई। इसी खींचतान में ये खिलाड़ी ‘डक रिकॉर्ड’ का हिस्सा बन गए।