आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 का बहुप्रतीक्षित फाइनल आज से इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में शुरू हो गया है। इस बार दो मजबूत टीमें – ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका – खिताबी भिड़ंत में आमने-सामने हैं। टेस्ट क्रिकेट के इस सर्वोच्च मुकाबले में दोनों टीमों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है और मुकाबले की शुरुआत से पहले ही फैंस के बीच उत्साह चरम पर पहुंच चुका है।
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन में बड़ा बदलाव: लाबुशेन करेंगे ओपनिंग
ऑस्ट्रेलिया की ओर से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए घोषित प्लेइंग इलेवन में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। आमतौर पर मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करने वाले मार्नस लाबुशेन को इस बार ओपनिंग की जिम्मेदारी दी गई है। वह उस्मान ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत करेंगे।
इस फैसले ने क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों को हैरानी में डाल दिया, क्योंकि लाबुशेन को हमेशा नंबर 3 पर बल्लेबाजी करते देखा गया है। इस रणनीति के पीछे कप्तान पैट कमिंस का क्या तर्क है, इसे लेकर उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलकर बात की।
कमिंस ने क्यों चुना लाबुशेन को ओपनर?
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब पैट कमिंस से पूछा गया कि लाबुशेन को ओपनिंग क्यों दी गई, तो उन्होंने कहा –
"हमें अच्छा लगता है जब हमारे टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज गेंदबाजों पर दबाव बनाते हैं। यही हमारा मार्नस के लिए संदेश है। ड्यूक गेंद से शुरुआत में बल्लेबाजी करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन रन बनाने का यह सबसे अच्छा समय भी हो सकता है।"
कमिंस ने स्पष्ट किया कि नंबर तीन और ओपनिंग में बहुत ज्यादा फर्क नहीं होता और यह सिर्फ एक स्थान ऊपर की बात है। उनका मानना है कि लाबुशेन का अनुभव और तकनीक उसे इस नई भूमिका के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
मार्नस लाबुशेन का हालिया प्रदर्शन
हालांकि कप्तान को लाबुशेन पर पूरा भरोसा है, लेकिन आंकड़े कुछ अलग कहानी कहते हैं। साल 2023 के बाद से लाबुशेन का प्रदर्शन गिरा है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 में भारत के खिलाफ उनका प्रदर्शन औसत रहा था। हालांकि, टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम अब तक 11 शतक हैं और जब वह फॉर्म में आते हैं तो विपक्षी टीम के लिए खतरा बन जाते हैं।
डब्ल्यूटीसी फाइनल जैसे बड़े मंच पर ऑस्ट्रेलिया को लाबुशेन से एक लंबी और जिम्मेदार पारी की उम्मीद होगी।
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन
ऑस्ट्रेलिया ने इस अहम मुकाबले के लिए संतुलित और अनुभवी खिलाड़ियों की टीम मैदान में उतारी है। प्लेइंग इलेवन इस प्रकार है:
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उस्मान ख्वाजा
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मार्नस लाबुशेन
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कैमरून ग्रीन
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स्टीव स्मिथ
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ट्रैविस हेड
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ब्यू वेबस्टर
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एलेक्स कैरी (विकेटकीपर)
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पैट कमिंस (कप्तान)
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मिचेल स्टार्क
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नाथन लियोन
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जोश हेजलवुड
टीम में तेज गेंदबाजों और स्पिन का अच्छा मिश्रण है। पैट कमिंस, स्टार्क और हेजलवुड की त्रिमूर्ति गेंदबाजी आक्रमण की रीढ़ हैं, वहीं नाथन लियोन स्पिन का जिम्मा संभालेंगे।
साउथ अफ्रीका की चुनौती
दूसरी तरफ साउथ अफ्रीका भी कोई कमजोर टीम नहीं है। उन्होंने फाइनल में पहुंचने तक बेहतरीन प्रदर्शन किया है। कैगिसो रबाडा, एनरिच नॉर्खिया जैसे घातक तेज गेंदबाजों के साथ उनकी गेंदबाजी लाइनअप भी मजबूत है। बल्लेबाजी में डीन एल्गर, एडेन मार्करम और रस्सी वैन डर डुसेन जैसे खिलाड़ी मौजूद हैं जो किसी भी गेंदबाजी अटैक को चुनौती दे सकते हैं।
फाइनल का महत्व
आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल टेस्ट क्रिकेट के लिए वही महत्व रखता है जो वर्ल्ड कप का फाइनल वनडे क्रिकेट के लिए। यह मुकाबला सिर्फ दो टीमों के बीच नहीं बल्कि मानसिकता, रणनीति और संयम की परीक्षा है।
ऑस्ट्रेलिया पिछली बार 2023 में भारत को हराकर यह खिताब जीत चुका है और अब वह लगातार दूसरी बार यह ताज पहनने की कोशिश करेगा। वहीं साउथ अफ्रीका इस ऐतिहासिक खिताब को पहली बार अपने नाम करने के इरादे से उतरेगा।
निष्कर्ष
लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर आज से शुरू हो रहे इस महामुकाबले में जहां ऑस्ट्रेलिया ने लाबुशेन के ओपनिंग जैसे साहसी फैसले से सबको चौंका दिया है, वहीं साउथ अफ्रीका की नजरें इस मौके को भुनाकर इतिहास रचने पर हैं। मुकाबले की शुरुआत हो चुकी है, और अगले पांच दिन क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांच, रणनीति और शानदार प्रदर्शन से भरपूर होंगे।