मुंबई, 07 मई, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रो. राम गोपाल यादव ने कहा, हम रोज राम के दर्शन करते हैं। वो मंदिर तो बेकार का है। मंदिर ऐसे बनाए जाते हैं? मंदिर ऐसे नहीं बनते हैं। मंदिर वास्तु के हिसाब से भी ठीक नहीं बना है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक, पुराने मंदिर देख लीजिए कैसे बनते हैं?राम गोपाल यूपी के सैफई में वोट डालने पहुंचे थे, वहां मीडिया से बातचीत में यह बात कही। इसके तुरंत बाद मध्यप्रदेश के खरगोन में पीएम मोदी ने कहा, अब मोदी 400 सीटें इसलिए मांग रहा है, ताकि मैं कांग्रेस और इंडी गठबंधन की हर साजिश को रोक सकूं। कांग्रेस कश्मीर में धारा 370 फिर से लागू न कर दे। अयोध्या के राम मंदिर पर ताला न लगा दे। कांग्रेस देश की खाली जमीन, खाली द्वीप दूसरे देशों को न सौंप दे। एससी/एसटी/ओबीसी को मिले आरक्षण पर वोटबैंक के लिए डाका न डाले। कांग्रेस अपने वोटबैंक की सभी जातियों को रातोंरात ओबीसी न घोषित कर दे।
वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से कहा, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का चरित्र हिंदू और राम विरोधी है। 'जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी'। ये रामभक्तों पर गोली चलाने, श्रीराम के अस्तित्व को नकारने और मर्यादा प्रभु श्रीराम की ईश्वरीय सत्ता को चुनौती देने वाले लोग हैं। भारत की आस्था और राष्ट्र नायकों का सम्मान करें, आजादी के आंदोलनों में योगदान देने वाले महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति श्रद्धा का भाव रख सकें, इन लोगों से ऐसी उम्मीद करना बेमानी है। सीतापुर पहुंचे सीएम योगी ने कहा, ये प्रभु राम और कृष्ण की सत्ता को चुनौती देने वाले कहां ठहर पाएंगे। अपनी हार को देखते ही ये लोग फिर से राम के अस्तित्व को चुनौती देने लगे हैं। क्या आप लोग इन्हें स्वीकार करेंगे? क्या भारत इन्हें स्वीकार करेगा?
तो वहीं, दिल्ली में भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, कब्रिस्तान बनवाना अच्छा था, मंदिर बेकार है। कल तक यूपी मुख्तार अंसारी, अबू सलेम, अतीक अहमद और छोटा शकील के लिए जाना जाता था। यूपी में जिला गाजियाबाद, लखनऊ सेंट्रल, मिर्जापुर नाम की फिल्में बनती थीं। यानी पूरी तरह क्राइम पर आधारित फिल्में। यह इनके लिए अच्छा था। सुधांशु त्रिवेदी ने आगे कहा, आज अयोध्या, काशी, कुशीनगर, प्रयाग यहां पर उभरता हुआ यूपी इनके लिए बेकार है। मैं प्रोफेसर रामगोपाल यादव से पूछना चाहूंगा कि सूर्य तिलक हुआ, इतना शानदार और साइंटिफिक। क्या वो भी बेकार था? एक लाख करोड़ का बिजनेस तो उस समय हुआ, जब मंदिर का उद्घाटन हुआ। अयोध्या में एयरपोर्ट बन गया, वो भी बेकार था?