मुंबई, 07 जून, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के फेसबुक पेज पर एक पोस्ट किया गया। इस पोस्ट में फादर स्टेन स्वामी की मौत पर सवाल खड़े किए गये। पोस्ट में बताया गया कि कैसे जेल में उन्हें वो सारी सुविधाएं नहीं मिली। मानव अधिकार का उल्लंघन हुआ। बीमार होते हुए भी उनका शोषण हुआ और उनकी मौत हो गई। पोस्ट में यह भी लिखा गया है कि इसी तरह का अत्याचार आज हेमंत सोरेन पर हो रहा है। इस पोस्ट के बाद बीजेपी ने पलटवार किया है। बाबू लाल मरांडी ने कहा है कि बैरक का सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक कराएं। जेल मैनुअल के अनुसार आपको सारी सुविधाओं के लिए मैं सरकार को मजबूर करूंगा। इस पोस्ट को किसने लिखा है इसकी जानकारी नहीं है। हेमंत सोरेन का सोशल मीडिया पेज उनकी पत्नी कल्पना सोरेन संभाल रही हैं। वह जितनी भी पोस्ट करती हैं उसके साथ नीचे अपना नाम लिखती हैं लेकिन इस पोस्ट के साथ कल्पना सोरेन का नाम नहीं है। ऐसे में इस पोस्ट को किसने लिखा है, इसकी जानकारी अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। सूत्र बताते हैं कि हेमंत सोरेन के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ एक भावना प्रकट की गई है।
आपको बता दे, हेमंत सोरेन के फेसबुक पेज पर लिखा है, इस चुनाव में झारखंड ने फादर स्टेन स्वामी (84) की हिरासत में हुई अनुचित मौत जो की भारत की लोकतंत्र और मानवाधिकारों की स्थिति पर एक काला धब्बा है, उसका बदला लेने की शुरुआत की है। दशकों से आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए वकालत एवं लड़ाई लड़ने वाले फादर स्टेन के पार्किंसंस रोग के बावजूद, उन्हें भाजपा सरकार के लगाए गए झूठे आतंकवाद के आरोपों पर जमानत और समुचित चिकित्सा उपचार से वंचित रखा गया। पानी पीने के लिए 25 पैसे का स्ट्रा नहीं दिया गया । जेल की स्थितियों से बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण फादर स्टेन की दुर्भाग्यपूर्ण मौत 5 जुलाई, 2021 को हिरासत में हो गई। उनकी मौत आतंकवाद के बहाने से विपक्ष एवं आदिवासियों को दबाने और मानवाधिकार कार्य को अपराधीकरण करने की भाजपा की नीति का उदाहरण है। सबसे कमजोर वर्ग के लिए आवाज उठाने वाले फादर स्टेन को संस्थागत उपेक्षा और अन्याय से चुप कराया गया, आज उसी तरह का जुल्म हेमन्त सोरेन पर हो रहा है । आज जरूरत है हर एक झारखंडी को हेमन्त सोरेन के पक्ष में मजबूती के साथ खड़ा होने की वरना ये झारखंड को मणिपुर बनाने से बाज नहीं आएंगे। फादर स्टेन स्वामी को भीमा कोरेगांव हिंसा से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया था। हिरासत में ही 84 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। उनकी तबीयत खराब चल रही थी। स्टेन स्वामी भारत के सबसे उम्रदराज व्यक्ति थे, जिन पर आतंकवाद का आरोप था।
तो वहीं, हेमंत सोरेन पोस्ट के बाद झारखंड में राजनीति तेज हो गई। इस मामले पर झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, हेमंत सोरेन जी की बड़ी तमन्ना थी, लोगों को उठाकर जेल में डालने की। सैकड़ों निर्दोषों को जेल में डाला, तब मानवाधिकार का ख्याल नहीं आया। सत्ता के अहंकार में आपने सैकड़ों निर्दोषों को जेल में डाला। तब आपको न तो मानवाधिकार का ख्याल आया, न जेल के अंदर की खराब हालातों का लेकिन ईश्वर का न्याय देखिए कि जिस ‘जेल के खेल’ को आपने शुरू किया, अपने कुकर्म के कारण आप भी उसी खेल का शिकार हो गए। साथ ही, बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया एक्स पर आगे लिखा, आप बेकार में ही मानवाधिकार और आदिवासी बंधुओं की चिंता में दुबले हुए जा रहे हैं। जब संताल में सैकड़ों आदिवासी बेटियों को लव जिहाद में फंसाया गया, उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिये गये, गाड़ियों से कुचला गया, तब आपको आदिवासियों की याद नहीं आयी? हेमंत सोरेन जी यदि आपको जेल में कथित यातनाएं दी जा रही हैं, तो न्यायालय से अनुरोध करके अपने बैरक का सीसीटीवी फुटेज सार्वजनिक करायें। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जेल मैनुअल के अनुसार आपको सारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मैं आपके पक्ष में खड़ा रहूंगा और चंपाई सोरेन सरकार को जेल मैनुअल के अनुसार सारी सुविधाएं देने के लिए मजबूर करूंगा।