मुंबई, 24 मार्च, (न्यूज़ हेल्पलाइन)। जोधपुर रेंज पुलिस की साइक्लोनर टीम ने एक ऐसे शातिर बदमाश को पकड़ा है, जिसकी देश के कई राज्यों की पुलिस को तलाश थी। चंद मिनटों में ही गैस कटर की मदद से एटीएम को काटने में माहिर फलोदी के इस बदमाश ने देश के अलग-अलग राज्यों में एटीएम लूट की तकरीबन 30 से ज्यादा वारदातों को अंजाम देकर करोड़ रुपए लूटे थे। उसे असम पुलिस के हवाले किया गया है। जोधपुर रेंज आईजी के अनुसार फलोदी के मलार निवासी हासमदीन पुत्र अलाबचाय खां लंबे समय से कुख्यात मेवात गैंग के साथ मिलकर देशभर में एटीएम लूट की वारदातों को अंजाम दे रहा था। गत वर्ष महाराष्ट्र सहित कई राज्यों की पुलिस ने जोधपुर रेंज कार्यालय में संपर्क कर मारवाड़ की गैंग का एटीएम लूटने में शामिल होने का संदेह जताया था। ऐसे शातिर गिरफ्तारी के लिए साइक्लोनर टीम ने छानबीन कर गत वर्ष गिरफ्तार किया था और तब उससे पूछताछ में दो दर्जन से अधिक एटीएम लूट की वारदातों का खुलासा हुआ था। उसके बाद कई राज्यों की पुलिस ने हासमदीन को प्रोडक्शन वारंट पर लिया। तकरीबन 8 महीने जेल में रहने के बाद जनवरी 2025 में उसे कोर्ट से जमानत मिली थी। बाहर आते ही वह फिर से एटीएम काटकर लूटने की वारदातों के लिए मेवात गैंग के संपर्क में आया।
उस गैंग के साथ बांग्लादेश से सटे पूर्वी राज्यों में वारदातें करने जा पहुंचा और असम में दो अलग-अलग एटीएम से करीब 70 लाख रुपए लूटकर वापस अपने गांव पहुंच गया। इसी बीच असम पुलिस ने एटीएम लूट की वारदात के सीसीटीवी फुटेज देखकर आरोपी की फोटो सीसीटीएनएस पोर्टल से मिलान किया, तो हासमदीन की भूमिका होना सामने आई। पुलिस को पड़ताल में पता चला कि हासमदीन गैस कटर चलाकर बहुत ही कम समय में एटीएम काटने का एक्सपर्ट है, लेकिन खुद की ज्यादा उम्र और वारदात के बाद रास्तों की कम जानकारी, गाड़ी इत्यादि की व्यवस्था के लिए उसने मेवात गैंग से हाथ मिलाया। मेवात गैंग को भी ऐसे काम के एक्सपर्ट की जरुरत थी और दोनों एक-दूसरे के पूरक हो गए। इसके बाद संयुक्त गैंग ने आसाम में स्थानीय व्यक्ति के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। असम में स्थानीय व्यक्ति की मदद से गैंग ने गाड़ी और गैस कटर का इंतजाम किया। चिन्हित एटीएम के बाहर उस व्यक्ति को गार्ड की वर्दी पहनाकर सोने और वहां एटीएम उपयोग के लिए आने वाले किसी भी शख्स को एटीएम खराब होने की बात कहने को कहा। इसके बाद भीतर घुस शटर डाउन करके गैंग ने एटीएम में लगे कैमरों पर सेविंग फोम स्प्रै कर दिया। हासमदीन एटीएम मशीन काटने में जुटा था, लेकिन गैस खत्म हो गई। तब आरोपियों ने बाहर सो रहे शख्स को वहीं छोड़कर दूसरे सिलेंडर ढूंढने निकले। करीब 20 किमी दूर एक अस्पताल के बाहर सूनी पड़ी एंबुलेंस से ऑक्सीजन सिलेंडर चुराया और वापस उसी एटीएम पर पहुंच गए। उस एटीएम को काटने पर 40 लाख रुपए मिले। यहां से निकलने के बाद गिरोह ने एक और एटीएम को काटकर लूट की वारदात की। तत्पश्चात गैस कटर और सिलेंडर सूनसान इलाके में फेंक दिए।
पहले एटीएम को लूटने की वारदात में गैस सिलेंडर की वजह से कुल मिलाकर करीब दो घंटे लगे थे, लेकिन पुलिस वहां पहुंचती उससे कुछ देर पहले ही बदमाश वहां से भाग चुके थे। वहीं दूसरी वारदात की सूचना के बाद असम पुलिस ने दोनों घटना स्थल के मोबाइल डाटा खंगाले, तो उनमें से एक मोबाइल नंबर से असम से जयपुर का फ्लाइट टिकट बुक होने की जानकारी सामने आई। इसी आधार पर असम पुलिस की टीम गैंग की तलाश में राजस्थान पहुंची और साइक्लोनर टीम के साथ मिलकर संयुक्त ऑपरेशन चलाया। इसमें उप अधीक्षक देरावरसिंह के साथ एसआई कन्हैयालाल, कांस्टेबल महिपालसिंह, अशोक परिहार, राकेश कुमार, भंवर कमांडो, महिला कांस्टेबल सखीना, सुनिता असम पुलिस के अभिलेष बोरा सहित अन्य की संयुक्त टीम बनाई गई। टीम को पता चला कि फलोदी के मलार गांव में हासमदीन अपने घर पर नहीं है। इस पर साइक्लोनर टीम के एक सदस्य ने मेवात गैंग का सदस्य बनकर हासमदीन से मिलकर अर्जेंट में बाहर जाने की बात कहते हुए उसके बेटे को साथ लिया। वो टीम सदस्य को फलोदी के रण क्षेत्र में नमक की खानों में ले गया, जहां पुलिस टीम ने गार्ड ड्यूटी के बहाने फरारी काट रहे बदमाश हासमदीन को धर दबोचा।