केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि अब समय आ गया है कि भारतीय जांच एजेंसियां भगोड़ों को पकड़ने के लिए आधुनिक तकनीक और तकनीकों का इस्तेमाल करें। उन्होंने एजेंसियों के लिए तेजी से अंतरराष्ट्रीय सहायता की सुविधा के लिए 'भारतपोल' पोर्टल लॉन्च किया। भारत मंडपम में 'भारतपोल' के लॉन्च के मौके पर बोलते हुए मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि रियल-टाइम इंटरफेस केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा विकसित पोर्टल की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है। उन्होंने कहा कि इससे केंद्रीय और राज्य एजेंसियां इंटरपोल से आसानी से जुड़ सकेंगी और अपनी जांच में तेजी ला सकेंगी।
शाह ने कहा, "अब समय आ गया है कि हम अपराध करने के बाद भारत से फरार हुए भगोड़ों को पकड़ने और उन्हें न्याय के कटघरे में लाने के लिए आधुनिक तकनीक और तकनीकों का इस्तेमाल करें।" उन्होंने कहा, "हमें वैश्विक चुनौतियों पर नजर रखनी होगी और अपनी आंतरिक प्रणालियों को अपडेट करना होगा। भारतपोल उस दिशा में एक कदम है।" उन्होंने कहा कि नया पोर्टल केंद्रीय और राज्य जांच एजेंसियों को इंटरपोल के 195 सदस्य देशों से अपने मामलों की जानकारी साझा करने और प्राप्त करने की अनुमति देगा।
पिछले साल मोदी सरकार द्वारा लाए गए तीन नए आपराधिक कानून यह सुनिश्चित करेंगे कि भगोड़ों और फरार लोगों के खिलाफ बेहतर तरीके से मुकदमा चलाया जाए। शाह ने कहा, "मैं सीबीआई से आग्रह करूंगा कि वह भारतपोल के संबंध में क्षमता निर्माण और तीन नए आपराधिक कानूनों के लिए राज्यों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी ले।" उन्होंने कहा, "हमें विभिन्न प्रकार के इंटरपोल नोटिस और उनकी प्रक्रियाओं के ज्ञान के साथ-साथ इन प्रणालियों को संस्थागत बनाने की आवश्यकता है।" पीटीआई ने सबसे पहले 'भारतपोल' पोर्टल की स्थापना के बारे में सूचना दी। सीबीआई और भारत का राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो इंटरपोल से संबंधित मामलों के लिए जिम्मेदार हैं।