हरियाणा के रोहतक जिले में कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल के मर्डर केस में पुलिस ने कार्रवाई की है। इस केस की तहकीकात में पहली गिरफ्तारी करते हुए पुलिस ने दिल्ली से एक आरोपी को हिरासत में लिया है। आरोपी की पहचान सचिन के रूप में हुई है, जो बहादुरगढ़ का रहने वाला है। अब तक की जानकारी के अनुसार, हिमानी नरवाल के साथ आरोपी का रिश्ता था और वह उससे ब्लैकमेलिंग करते हुए लाखों रुपए ऐंठ रहा था।
कहानी की शुरुआत
हिमानी नरवाल का शव 1 मार्च को रोहतक में एक हाईवे के पास सूटकेस के अंदर बरामद हुआ था। इस घटना ने पूरे राज्य में तहलका मचा दिया है। जांच में मिली जानकारी के अनुसार, मृतिका एक सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ता थीं और उन्होंने पहले भी कई चुनावी अभियानों में हिस्सा लिया था। उनके शव के पोस्टमार्टम के दौरान खुलासे हुए कि चुन्नी से गला घोंटकर हत्या की गई थी। इस सनसनीखेज मामले को लेकर अब विशेष जांच टीम (SIT) भी कार्रवाई में शामिल कर ली गई है।
परिवार की प्रतिक्रिया और आरोप
हिमानी नरवाल के परिवार ने अभी तक शव नहीं लिया है। मृतिका की मां सविता ने इस दुखद घटना पर गहराई से आरोप लगाते हुए कहा है कि “चुनाव और पार्टी ने मेरी बेटी की जान ले ली।” सविता का कहना है कि उनकी बेटी ने कई दुश्मनों को बना लिया था, जो पार्टी के लोग या उनके करीबी दोस्त हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि 28 फरवरी को ही हिमानी अपने घर में थीं और उसी दिन उन्हें पुलिस स्टेशन से फोन आया, जिसके बाद उन्हें इस हृदय विदारक घटना की सूचना मिली।
“जब तक मुझे न्याय नहीं मिलता, मैं अपनी बेटी का अंतिम संस्कार नहीं करूंगी,” सविता ने कहा। उन्होंने अपने व्यक्तिगत दुख का भी हवाला देते हुए बताया कि उनके बड़े बेटे की 2011 में हत्या हो गई थी और उस घटना का न्याय भी कभी नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के बाद हिमानी पार्टी से थोड़ा निराश हो गई थीं, क्योंकि उन्हें नौकरी की जरूरत थी और वह पार्टी के लिए ज्यादा काम नहीं करना चाहती थीं।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और असर
हिमानी नरवाल राजनीतिक दुनिया में काफी सक्रिय थीं। वह राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में भी शामिल थीं और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा एवं दीपेंद्र सिंह हुड्डा के चुनाव प्रचार में भी भाग ले चुकी थीं। उनके राजनीतिक जुड़ाव के चलते इस मामले पर कई प्रश्न उठे हैं। उनके भाई जतिन ने बताया कि हिमानी ने राहुल गांधी के साथ पदयात्रा भी की थी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मृतिका ने पार्टी के उच्च स्तर पर अपना योगदान दिया था।
अब पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी से जुड़ी सभी गतिविधियों की गहन छानबीन की जा रही है। मामले में पुलिस ने कहा है कि आरोपी के खिलाफ अब तक के सबूत इकट्ठे किए जा रहे हैं, जिससे मामले के अन्य पहलुओं को भी उजागर किया जा सके। यह मामला राज्य में राजनैतिक माहौल को नई दिशा दे सकता है, क्योंकि राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति बनी हुई है।
आगे की जांच और उम्मीदें
इस सनसनीखेज हत्या के मामले में अब विशेष जांच टीम (SIT) को शामिल किया गया है, जिससे जांच में किसी प्रकार की चूक न हो। पुलिस ने बताया है कि आरोपी की गिरफ्तारी दिल्ली से हुई है और आगे की जांच में उसके द्वारा किए गए अपराधों के अन्य सबूतों की भी पड़ताल की जाएगी। राजनीतिक दृष्टिकोण से यह मामला काफी संवेदनशील है और इससे पार्टी में भी मतभेद की संभावना बनी हुई है।
यह मामला राज्य में न केवल अपराध की परतें खोलता है बल्कि राजनीतिक दलों के आंतरिक संघर्षों और उनके कार्यों पर भी सवाल उठाता है। अधिकारियों ने जांच के हर पहलू पर ध्यान देते हुए कहा है कि जब तक हकीकत सामने नहीं आती, तब तक कोई भी निश्कर्ष नहीं निकाला जाएगा। इससे जुड़े सभी आरोपों और घटनाओं की गहन जांच जारी है।
इस प्रकार, हरियाणा के हिमानी नरवाल मर्डर केस में पुलिस की तेजी से कार्रवाई और SIT द्वारा की जाने वाली जांच से यह मामला आगे कैसे सुलझता है, इस पर नजर बनी हुई है।