सोनिया कोहली की फिल्म 'क़ैद- नो वे आउट' का सफर बहुत ख़ास रह रहा है। इस फिल्म ने ऑडियंस और क्रिटिक दोनों के दिलों में जगह बनायी है। कान्स से टाइम्स स्क्वायर के बाद अब फिल्म पंजाब में धूम मचा रही है। फिल्म की अपार  सफलता इसकी सम्मोहक कहानी  और शक्तिशाली प्रदर्शन का प्रमाण है, जिसने इसको एक असाधारण सिनेमाई अनुभव बनाया है। 
 
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल सर्किट में क्रिटिकल प्रशंसा पाने के बाद जिसमे फिल्म को कान्स वर्ल्ड फिल्म फेस्टिवल में एलजीबीटीक्यू श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, सोनिया कोहली की फिल्म 'क़ैद- नो वे आउट' अभी भी हर जगह चमक रही है। अभी हाल ही में फिल्म का पोस्टर न्यूयॉर्क के आइकोनिक बिलबोर्ड पर नजर आया जिसने यह साबित किया कि फिल्म दुनिया भर में अपना जादू बिखेर रही है। 
 
अब फिल्म पंजाब में अपना जादू बिखेर रही है और फिल्म को मिल रही सफलता की वजह से इसके शो को बढ़ाया जा रहा है। यह बात साफ साबित करती है कि फिल्म ने विभिन्न क्षेत्रों और संस्कृतियों के ऑडियंस  को अपने साथ जोड़ा है। ऑडियंस इस फिल्म के साथ भावनात्मक स्तर पर जुड़ गयी है। 
 
सोनिया कोहली द्वारा लिखित, निर्देशित और निर्मित, "कैद- नो वे आउट" में ताई खान, मोहिंदर मोहन कोहली, अश्विनी किन्हीकर, आशीष दत्ता, सोनिया गोस्वामी और खालिद महमूद जैसे कई शानदार कलाकार हैं।इन सभी कलाकारों की परफॉर्मेंस की बहुत सराहना हो रही है और उन्होंने फिल्म के किरदारों में बहुत  गहराई के साथ जान डाली है। 
 
फिल्म को कुनिष्का प्रोडक्शन लिमिटेड ने प्रोड्यूस किया है और यह फिल्म सिर्फ एक  फिल्म नहीं बल्कि अब एक स्टेटमेंट बन गयी है।  फिल्म की सफलता उन कहानियों को बताने के महत्व का प्रमाण है जो समाज में स्वीकृति और समानता के लिए  संघर्ष कर रही है। यह फिल्म उनके संघर्ष पर प्रकाश डालती है। इस विषय ने फिल्म को आज की सिनेमा में एक रिलेवेंट जगह दी है। 
 
फिल्म की सफलता सिनेमा  कहने के महत्व  का प्रमाण है। इसने साबित कर दिया है कि मजबूत संदेश और सम्मोहक कहानियां  सीमाओं को पार कर सकती हैं और दुनिया भर के दर्शकों के दिलों को छू सकती हैं।
 
जैसे फिल्म 'क़ैद- नो वे आउट' पंजाब और कई  जगहों पर ऑडियंस के दिलों में जगह बना रही है , यह बात साफ़ ज़ाहिर हो रही है कि इस फिल्म ने लोगों को प्रेरणा दी है , शिक्षित और मनोरंजन किया है। यह एक ऐसी फिल्म है जिसे आने वाले वर्षों तक याद किया जाएगा और मनाया जाएगा।