ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

Fact Check : वायरल तस्वीर प्रयागराज के नाग वासुकी मंदिर की नहीं है, फर्जी दावा वायरल

Photo Source :

Posted On:Thursday, November 3, 2022

आजकल सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसके साथ ये दावा किया जा रहा है कि, यह तस्वीर प्रयागराज के नाग वासुकी मंदिर की है और तस्वीर में दिखाई दे रही मूर्ति एक ही पत्थर से बनाई गई हैं । मगज जब हमने इसकी सच्चाई का पता लगाया तो पाया कि ये तस्वीर और खबर पूरी तरह से फर्जी हैं । वायरल तस्वीर प्रयागराज के नाग वासुकी मंदिर की नहीं, बल्कि कर्नाटक के उत्सव रॉक गार्डन में एक कलात्मक बरगद के पेड़ की है, जिसको झूठे दावे के साथ पेश किया जा रहा हैं ।

जानिए, क्या वायरल हो रहा है?

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि, इस तस्वीर को फेसबुक पेज "राष्ट्र धर्म" ने 3 नवंबर को शेयर किया है और लिखा है, " प्रशंसनीय *यह मूर्ति एक ही पत्थर को काटकर बनाई गई है। कैसे बनी, या भगवान जाने, या बनी वाला! नाग वासुकी मंदिर, प्रयागो बरगद का पेड़ क्या है?  नहीं! "यह नक्काशी पत्थर पर की गई है।"
सनातन धर्म में ऐसी-ऐसी बातें हैं, जिन्हें देखकर आज भी वैज्ञानिक सिर पीटते हैं, लेकिन समझ नहीं पाते कि यह कैसे बनेगा?

मगर जब हमने इस तस्वीर की सच्चाई का पता लगाने के लिए तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर अपलोड कर सर्च किया। यह तस्वीर हमें एक वेबसाइट पर मिली है। फोटो के कैप्शन में कहा गया है कि तस्वीर कर्नाटक के उत्सव रॉक गार्डन की है । जिससे पता चलता हैं कि ये तस्वीर पूरी तरह से फेक नहीं हैं बल्कि ये खबर पूरी तरह से फेक हैं ।


इन्दौर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. indorevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.