ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

चाणक्य महल नहीं , झोपड़ी में क्यों रहते थे ?

Photo Source :

Posted On:Saturday, April 24, 2021

चाणक्य राजा चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री थे। एक बार यूनान का राजदूत भारत आया हुआ था। उसने चाणक्य की बहुत प्रशंसा सुनी थी | वह चाणक्य का रहन-सहन देखना चाहता था। वह राजदूत चाणक्य से मिलने उनके निवास स्थान गंगा तट की ओर चल पड़ा।

गंगा तट पर उसने देखा एक लम्बा दृढ़ व्यक्तित्व वाला आदमी नाहा रहा है | राजदूत ने उस आदमी से पूछा की चाणक्य का घर कहा है | उस आदमी ने एक झोपडी के ओर इशारा करते हुए बताया उस झोपडी में | वह उस झोपडी के ओर पहुंचा तो कोई नहीं था | राजदूत को लगा कि सामने खड़ा व्यक्ति अवश्य ही मजाक कर रहा है। वह मुड़ने लगा तो वही व्यक्ति सामने खड़ा था। उसे देखकर राजदूत ने पूछा- तुमने तो कहा था कि महामंत्री चाणक्य यहां रहते हैं लेकिन यहां तो कोई नहीं है।

उस व्यक्ति ने कहा तुम्हारा स्वागत है में ही चाणक्य हु | राजदूत को यकीन नहीं हुआ की इतने बड़े राज्य का महामंत्री एक झोपडी में रहता है | राजदूत ने पूछा मौर्य राज्य का महामंत्री झोपड़ी में? यह कैसे संभव है? चाणक्य ने जवाब दिया कि जब महामंत्री सुख और वैभव से लबालब भरे महलों में रहने लग जाएंगे तो फिर जनता के दुख दर्द में कैसे भागी होंगे |

जहा जनता का दुःख दर्द समझा जाए और जहा मंत्री खुद की सुविधा पर ध्यान देने लगे ऐसे राज्य में अराजकता फैलने लगती है। राजदूत पर न केवल चाणक्य की सादगी का असर हुआ बल्कि उनकी बातों ने उसे झकझोर कर उसकी सोच में परिवर्तन लाया |

 


इन्दौर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. indorevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.