24 अप्रैल का दिन इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं के लिए याद किया जाता है। इस दिन का इतिहास विभिन्न राष्ट्रों, संस्कृतियों और समाजों में अपनी छाप छोड़ने वाली घटनाओं से भरा हुआ है। विभिन्न क्षेत्रों जैसे राजनीति, युद्ध, विज्ञान, साहित्य और समाजिक आंदोलनों में 24 अप्रैल की तारीख महत्वपूर्ण रही है। इस दिन न केवल इतिहास के मोड़ आए, बल्कि कई बदलावों की शुरुआत भी हुई। आइए जानते हैं 24 अप्रैल के इतिहास में घटित कुछ प्रमुख घटनाओं के बारे में।
1. 1915 – अर्मेनियाई जनसंहार की शुरुआत
24 अप्रैल 1915 को अर्मेनियाई जनसंहार की शुरुआत हुई थी, जिसे "अर्मेनियाई होलोकॉस्ट" भी कहा जाता है। यह घटना उस समय की ऑटोमन साम्राज्य (अब तुर्की) के तहत घटित हुई थी, जब लाखों अर्मेनियाई नागरिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। यह घटना तुर्की द्वारा अर्मेनियाई लोगों के खिलाफ किए गए एक बड़े अपराध के रूप में जानी जाती है। अर्मेनियाई समुदाय ने इस दिन को "जनसंहार दिवस" के रूप में मनाना शुरू किया, और आज भी यह दिन दुनियाभर में अर्मेनियाई समुदाय के लिए बहुत मायने रखता है।
2. 1967 – यूरी गगारिन की ऐतिहासिक वापसी
24 अप्रैल 1967 को रूस के पहले अंतरिक्ष यात्री यूरी गगारिन की मौत हो गई थी। हालांकि, उनका नाम हमेशा इतिहास में अमर रहेगा, क्योंकि उन्होंने 1961 में पहली बार अंतरिक्ष की यात्रा की थी। यूरी गगारिन का अंतरिक्ष में यात्रा करना मानवता के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था और उनके द्वारा की गई इस ऐतिहासिक यात्रा ने अंतरिक्ष यात्रा के क्षेत्र में दुनिया को एक नया दिशा दी।
3. 1980 – अमेरिका का ईरान पर ऑपरेशन "Eagle Claw"
24 अप्रैल 1980 को अमेरिका ने ईरान में एक सैन्य अभियान शुरू किया, जिसे "ऑपरेशन ईगल क्लॉ" कहा गया। यह ऑपरेशन ईरान में अमेरिकी दूतावास के बंधक बनाए गए नागरिकों को मुक्त करने के लिए था। हालांकि, यह ऑपरेशन विफल रहा और ऑपरेशन के दौरान 8 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। इस घटना ने अमेरिका और ईरान के बीच रिश्तों को और भी खराब कर दिया। बाद में, बंधक संकट को अंततः कूटनीतिक प्रयासों के माध्यम से हल किया गया।
4. 1990 – हबल स्पेस टेलीस्कोप का प्रक्षेपण
24 अप्रैल 1990 को हबल स्पेस टेलीस्कोप को पृथ्वी की कक्षा में प्रक्षिप्त किया गया था। इस टेलीस्कोप के माध्यम से खगोलज्ञों को ब्रह्मांड के बारे में नई जानकारी प्राप्त हुई। हबल टेलीस्कोप ने न केवल हमारे सौरमंडल के बाहर के ग्रहों और तारे दिखाए, बल्कि आकाशगंगाओं, ब्लैक होल्स और अन्य ब्रह्मांडीय घटनाओं के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी। हबल की मदद से ब्रह्मांड की संरचना और उसके विकास के बारे में महत्वपूर्ण तथ्यों का पता चला है।
5. 1999 – NATO का एयर स्ट्राइक अभियान
24 अप्रैल 1999 को नाटो (NATO) द्वारा युगोस्लाविया के खिलाफ एक बड़ा एयर स्ट्राइक अभियान शुरू किया गया। यह ऑपरेशन उस समय के युगोस्लाविया के राष्ट्रपति स्लोबodan मिलोसेविक द्वारा अल्बानियाई नागरिकों पर किए जा रहे अत्याचारों और संघर्षों के खिलाफ था। इस ऑपरेशन ने युगोस्लाविया के क्षेत्रीय संघर्षों में अंतर्राष्ट्रीय हस्तक्षेप की शुरुआत की थी और यह घटनाएँ बाद में युगोस्लाव युद्ध के रूप में जानी जाने लगीं।
6. 2013 – बांगलादेश में राणा प्लाजा हादसा
24 अप्रैल 2013 को बांगलादेश में एक भयंकर हादसा हुआ, जब राणा प्लाजा नामक इमारत ढह गई। यह इमारत एक फैक्ट्री थी, जिसमें हजारों लोग काम कर रहे थे। इस हादसे में लगभग 1,100 से ज्यादा लोग मारे गए थे और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे। यह हादसा दुनिया भर में गहरी चिंता का कारण बना, क्योंकि यह घटना वैश्विक वस्त्र उद्योग में सुरक्षा मानकों की कमी और श्रमिकों के अधिकारों पर सवाल उठाने वाली थी। इसके बाद बांगलादेश में और अन्य देशों में भी फैक्ट्री सुरक्षा को लेकर नए नियमों का निर्माण हुआ।
7. 1991 – भारत में ईकॉमर्स की शुरुआत
24 अप्रैल 1991 को भारत में ईकॉमर्स (ऑनलाइन व्यापार) की शुरुआत हुई। इस दिन भारत के पहले ऑनलाइन शॉपिंग पोर्टल की स्थापना हुई, जो भारत के डिजिटल व्यापार क्रांति की नींव साबित हुआ। इस घटना के बाद, भारत में ऑनलाइन शॉपिंग के क्षेत्र में एक नई लहर का प्रारंभ हुआ, जो आज के समय में भारत में सबसे तेजी से बढ़ते उद्योगों में से एक बन चुका है।
8. 1964 – जापान में टोक्यो मेट्रो की शुरुआत
24 अप्रैल 1964 को जापान के टोक्यो में मेट्रो सेवा की शुरुआत हुई। टोक्यो मेट्रो आज दुनिया के सबसे व्यस्त मेट्रो नेटवर्क में से एक है। यह मेट्रो सेवा न केवल जापान की राजधानी के यातायात व्यवस्था को सुधारने में मददगार साबित हुई, बल्कि यह जापान के शहरी विकास और पर्यावरणीय सुधार के संदर्भ में भी एक बड़ी सफलता रही।
निष्कर्ष
24 अप्रैल का दिन विश्व इतिहास में विभिन्न घटनाओं का साक्षी रहा है। चाहे वह अंतरिक्ष यात्रा, सामरिक संघर्ष, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, या सामाजिक आंदोलन की बात हो, इस दिन ने हमेशा अपनी छाप छोड़ी है। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि इतिहास सिर्फ अतीत की घटनाओं का संकलन नहीं है, बल्कि यह उन घटनाओं का संग्रह है जो भविष्य की दिशा निर्धारित करती हैं। 24 अप्रैल के इतिहास में घटित घटनाएँ न केवल अपने समय के लिए महत्वपूर्ण थीं, बल्कि इनका प्रभाव आज भी महसूस किया जाता है।