नीम करोली धाम (कैंची धाम), जो उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में स्थित है, एक पवित्र और प्रसिद्ध स्थल है। यह स्थान बाबा नीम करोली के अनुयायियों के लिए एक तीर्थ स्थल बन चुका है। बाबा नीम करोली का जीवन और उनके अद्वितीय कार्य आज भी भक्तों के दिलों में जीवित हैं। यहां आने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और यही कारण है कि यह स्थान लाखों श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
नीम करोली धाम जाने पर क्या करना चाहिए:
-
मंत्रों का जप
-
राम नाम का जप: कैंची धाम में बाबा नीम करोली के दर्शन करते समय आपको "राम" नाम का जप करना चाहिए। 108 बार राम का नाम लेने से बाबा आपकी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
-
हनुमान जी का मंत्र: "ऊं हं हनुमते नमः" मंत्र का जप भी करें। बाबा नीम करोली को हनुमान जी का अवतार माना जाता है, और इस मंत्र का जप करने से विशेष आशीर्वाद मिलता है।
-
"जय नीम करोली बाबा" मंत्र: यह मंत्र भी बाबा के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने और आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए जप सकते हैं।
-
नीम करोली बाबा विनय चालीसा: इस चालीसा का पाठ भी श्रद्धापूर्वक करने से मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
-
हनुमान चालीसा का पाठ
-
दान करना
-
ध्यान और साधना
नीम करोली बाबा के धाम का महत्व:
-
बाबा नीम करोली का दर्शन करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि उनकी कृपा से व्यक्ति के जीवन में आने वाली कठिनाइयाँ दूर होती हैं। यहां आने वाले भक्तों का विश्वास है कि बाबा उनकी हर जरूरत और इच्छा पूरी करते हैं, चाहे वह भौतिक हो या आध्यात्मिक।
नीम करोली धाम में बाबा के दर्शन करने से मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, और यह स्थान हर किसी के लिए एक दिव्य और अद्भुत अनुभव प्रदान करता है।