ब्रिटेन में हाल ही में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें 'प्रूडिशफिश' नामक एक प्रभावशाली व्यक्ति ने देश में बढ़ती महंगाई और अमीरों के पलायन पर खुलकर चर्चा की है। उन्होंने सुझाव दिया है कि यदि आपकी उम्र 40 वर्ष से कम है, तो बेहतर भविष्य के लिए ब्रिटेन छोड़ने पर विचार करना चाहिए।
ब्रिटेन में जीवनयापन की बढ़ती कठिनाइयाँ
प्रूडिशफिश के अनुसार, ब्रिटेन में जीवनयापन की लागत लगातार बढ़ रही है, लेकिन आम जनता को इसकी गुणवत्ता का लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि हर साल हजारों अमीर लोग ब्रिटेन छोड़कर दूसरे देशों में बस रहे हैं, क्योंकि यहाँ रहना अब पहले जितना लाभदायक नहीं रह गया है।
उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रियाएँ
इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर बड़ी हलचल मचाई है। इसे दस लाख से अधिक लोगों ने देखा और हजारों ने लाइक और कमेंट के माध्यम से अपनी राय दी। एक उपयोगकर्ता ने गुस्से में लिखा, "इस सरकार और पिछली सरकार ने ब्रिटेन को बर्बाद कर दिया है।" एक अन्य ने अपनी कहानी साझा करते हुए कहा, "मैं 2016 में यूके छोड़कर स्विट्जरलैंड चला गया था। वहाँ जीवन बहुत अच्छा है और अब मैं करोड़पति बनने की राह पर हूँ।" एक अन्य उपयोगकर्ता ने ब्रिटेन में बढ़ती लागतों के बारे में शिकायत करते हुए लिखा, "मैं 17 साल से ब्रिटेन में रह रहा हूँ, लेकिन अब चीजें बहुत महंगी हो गई हैं। मैंने बाहर खाना बंद कर दिया है क्योंकि पब का खाना महंगा और बेस्वाद हो गया है। यहाँ तक कि ट्रेन से यात्रा करना भी असंभव हो गया है। ऑक्सफोर्ड से कॉर्नवाल के लिए एक वापसी टिकट की कीमत लगभग £300 है। मैं इस साल ऑस्ट्रेलिया वापस जा रहा हूँ, जहाँ मैं £5 में 4 घंटे की ट्रेन यात्रा कर सकता हूँ।"
महंगाई दर में वृद्धि
ब्रिटेन में महंगाई दर हाल के वर्षों में तेजी से बढ़ी है। अक्टूबर 2024 में, महंगाई दर बढ़कर 2.3% हो गई, जो पिछले छह महीनों में सबसे अधिक थी। यह वृद्धि मुख्य रूप से घरेलू ऊर्जा बिलों में वृद्धि के कारण हुई। बैंक ऑफ इंग्लैंड के अनुमान और अर्थशास्त्रियों के सर्वेक्षण ने अक्टूबर में महंगाई 2.2% पर रहने का संकेत दिया था, लेकिन वास्तविक आंकड़े इन अनुमानों से अधिक निकले।
अमीरों का पलायन
विभिन्न रिपोर्टों के अनुसार, ब्रिटेन में अमीर लोगों का पलायन बढ़ रहा है। वेल्थब्रीफिंग डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में 10,800 करोड़पति ब्रिटेन छोड़ देंगे, जो चीन के बाद दुनिया में सबसे अधिक है। इसके अलावा, यूबीएस ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट 2024 के अनुसार, 2028 तक ब्रिटेन अपने 17% करोड़पतियों को खो देगा। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगले पांच वर्षों में ब्रिटेन में रहने वाले करोड़पतियों की संख्या में पांच लाख से अधिक की कमी आएगी।
कर प्रणाली में बदलाव
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रिटिश सरकार का 'रेजिडेंट नॉन-डोमिसाइल सिस्टम' को खत्म करने का निर्णय इस पलायन का एक प्रमुख कारण है। यह प्रणाली ब्रिटेन में धनी विदेशी नागरिकों को कर में बड़ी छूट प्रदान करती थी। हालांकि, 6 अप्रैल 2025 से, मौजूदा गैर-डोम व्यवस्था समाप्त हो जाएगी और डोमिसाइल की अवधारणा को कर निवास पर आधारित प्रणाली द्वारा प्रतिस्थापित किया जाएगा। नई व्यवस्था के तहत, जो व्यक्ति नई प्रणाली को अपनाते हैं, उन्हें कर निवास के अपने पहले 4 वर्षों में होने वाली किसी भी विदेशी आय और लाभ पर यूके कर का भुगतान नहीं करना होगा, बशर्ते कि वे पिछले 10 वर्षों से गैर-कर निवासी रहे हों।
सरकार की प्रतिक्रिया
ब्रिटेन के वित्त मंत्री जेरेमी हंट ने कहा है कि कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार कड़े और जरूरी कदम उठाएगी। उन्होंने संकेत दिया है कि बजट में खर्च घटाने और टैक्स बढ़ाए जाने पर विचार किया जा सकता है। यह बयान अक्टूबर 2022 में खुदरा महंगाई दर 11.1% तक पहुंचने के बाद आया है, जो 41 साल का सबसे ऊंचा स्तर है।
निष्कर्ष
ब्रिटेन में बढ़ती महंगाई और कर प्रणाली में बदलाव के कारण अमीरों का पलायन बढ़ रहा है। प्रूडिशफिश जैसे प्रभावशाली व्यक्तियों के विचार और सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएँ इस मुद्दे की गंभीरता को दर्शाती हैं। सरकार को इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि देश में आर्थिक स्थिरता बनी रहे और नागरिकों का विश्वास बहाल हो सके।