ताजा खबर
Bisalpur Dam : जयपुर को आज मिली सबसे बड़ी खुशखबरी! बीसलपुर बांध में पानी भरने का आज तक का रिकॉर्ड टूट...   ||    अरविंद केजरीवाल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई : अदालत आबकारी नीति मामले में सीबीआई के खिलाफ दिल्ली के मुख...   ||    सीपीएल 2024: तेजतर्रार निकोलस पूरन ने तोड़ा क्रिस गेल का रिकॉर्ड!   ||    Bengal Bandh Today Live News: बीजेपी का 12 घंटे के लिए बंगाल बंद; सरकारी कर्मचारियों को ममता का निर्...   ||    Janmashtami Vrat Katha: वीडियो में देखें भगवान विष्णु ने आधी रात में क्यों लिया कृष्णावतार, जानें जन...   ||    इस महाराजा ने 50,000 रुपए में खरीदी थी विदेशी बीवी, लेकिन शादी में आई ये अड़चन, यहां पढ़े अजब प्रेम ...   ||    Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के इस शहर में आज इतना सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल, आपके यहां क्या ...   ||    पूर्व PM इंदिरा गांधी की रिहाई के लिए प्लेन हाईजैक करने वाले भोलानाथ पांडेय का निधन, जानिए अनसुना कि...   ||    कोलकाता रेप-मर्डर केस-11 दिन बाद AIIMS डॉक्टरों की हड़ताल खत्म:CJI ने कहा था काम पर लौट आएं, राज्य सर...   ||    क्या जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए हाथ मिलाएंगे नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस? राहुल गांधी के दौ...   ||   

भारत के सबसे युवा क्रांतिकारी के रूप में है खुदीराम बोस की पहचान, आज मनाया जा रहा बलिदान दिवस

Photo Source :

Posted On:Friday, August 11, 2023

11 अगस्त को, हम खुदीराम बोस की पुण्य तिथि मनाते हैं, जो एक उल्लेखनीय युवा क्रांतिकारी थे, जिन्होंने निडर होकर ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से भारत की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। खुदीराम बोस की विरासत एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र की खोज में उनके अटूट समर्पण और बलिदान के लिए प्रेरणा बनी हुई है। 11 अगस्त, 1908 को बिहार की मुजफ्फरपुर जेल में फांसी दी गई, बोस का जीवन और आदर्श आज भी साहस और देशभक्ति के प्रतीक के रूप में काम करते हैं।

खुदीराम बोस का नाम युवा दृढ़ संकल्प और अवज्ञा की अदम्य भावना का पर्याय है। 3 दिसंबर, 1889 को बंगाल के छोटे से गांव हबीबपुर में जन्मे बोस का प्रारंभिक जीवन न्याय की प्रबल भावना और अपने देश को ब्रिटिश साम्राज्यवाद के बंधनों से मुक्त देखने की सहज इच्छा से चिह्नित था। छोटी सी उम्र में भी, बोस ने असाधारण स्तर की बौद्धिक जिज्ञासा और अपने समय के सामाजिक-राजनीतिक माहौल की गहरी समझ का प्रदर्शन किया।

16 साल की उम्र में, खुदीराम बोस जुगांतर आंदोलन की क्रांतिकारी गतिविधियों में शामिल हो गए, एक गुप्त समाज जिसने अवज्ञा और प्रतिरोध के कृत्यों के माध्यम से ब्रिटिश शासन को उखाड़ फेंकने की मांग की थी। आंदोलन में बोस की महत्वपूर्ण भूमिका तब और पुख्ता हो गई जब उन्हें ब्रिटिश न्यायाधीश डगलस किंग्सफोर्ड की हत्या का काम सौंपा गया, जो भारतीय राष्ट्रवादियों के प्रति कठोर व्यवहार के लिए जाने जाते थे।

डगलस किंग्सफोर्ड के जीवन पर खुदीराम बोस का प्रयास उनके अद्वितीय साहस और समर्पण का प्रमाण था। 30 अप्रैल, 1908 को, बोस और उनके साथी प्रफुल्ल चाकी ने एक गाड़ी पर बम फेंक दिया, यह सोचकर कि किंग्सफोर्ड अंदर है। दुर्भाग्य से, गलत गाड़ी को निशाना बनाया गया, जिसके परिणामस्वरूप दो ब्रिटिश महिलाओं की मौत हो गई। बाद में बोस को गिरफ्तार कर लिया गया और उन पर मुकदमा चलाया गया जिसने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया।

पूरे मुकदमे के दौरान, बोस का आचरण दृढ़ रहा और वह भारतीय स्वतंत्रता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता से कभी पीछे नहीं हटे।अपनी कम उम्र के बावजूद, खुदीराम बोस ने उल्लेखनीय बहादुरी और शिष्टता के साथ आसन्न फाँसी का सामना किया। उनके अंतिम क्षण उनके कार्यों की धार्मिकता में उनके अटूट विश्वास के प्रमाण के रूप में खड़े हैं। 11 अगस्त, 1908 की सुबह, जैसे ही बोस की गर्दन पर फंदा कस गया, उनकी विरासत उस बलिदान के प्रतीक के रूप में स्थापित हो गई जो भारत के स्वतंत्रता सेनानी अपने देश के भविष्य के लिए करने को तैयार थे।

खुदीराम बोस की जीवन कहानी यह याद दिलाती है कि दुनिया पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालने में उम्र कोई बाधा नहीं है। उनका साहस, दृढ़ संकल्प और बलिदान भारतीयों की पीढ़ियों को न्याय और समानता के लिए खड़े होने के लिए प्रेरित करता रहेगा। बोस की विरासत देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वालों के बलिदान को याद करने के महत्व को भी रेखांकित करती है, जो हमें लोकतंत्र और संप्रभुता के मूल्यों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहने का आग्रह करती है।


इन्दौर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. indorevocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.