बेंगलुरु से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां भारतीय वायुसेना के एक विंग कमांडर के साथ एक बाइक सवार युवक ने सड़क पर मारपीट की। इस घटना में अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। यह मामला तब सामने आया जब घायल विंग कमांडर ने एक वीडियो जारी कर पूरी घटना का ब्योरा दिया। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
पीछा करके किया हमला, पत्नी से भी की अभद्रता
विंग कमांडर ने वीडियो में बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ कार में थे, तभी एक बाइक सवार ने उनका पीछा करना शुरू किया। कुछ दूरी के बाद उस युवक ने उनकी गाड़ी रोकी और कन्नड़ भाषा में बहस करने लगा। अधिकारी का आरोप है कि युवक ने उनकी पत्नी के साथ भी अभद्र व्यवहार किया।
वहां भीड़ जुट गई, लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। विंग कमांडर ने कहा, “मैं और मेरी पत्नी बेंगलुरु में अकेले रहते हैं। हम डरे हुए हैं और हमारी सुरक्षा खतरे में है। अगर हमें कानून से मदद नहीं मिली, तो हम मजबूरी में जवाबी कदम उठाएंगे।”
पुलिस ने क्या कहा?
बेंगलुरु ईस्ट के डीसीपी देवराज डी ने इस मामले पर बयान जारी करते हुए बताया, “सुबह करीब 6 बजे यह घटना हुई, जब एक भारतीय वायुसेना अधिकारी डीआरडीओ से एयरपोर्ट जा रहे थे। एक बाइक सवार के साथ उनका झगड़ा हुआ। यह मामला रोड रेज का है, जिसे दोनों पक्षों द्वारा टाला जा सकता था।”
पुलिस ने बताया कि उन्होंने सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं और आरोपी बाइक सवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। शिकायत दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है।
CCTV में कैद हुआ संघर्ष
घटना का एक सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि वायुसेना अधिकारी और बाइक सवार के बीच झड़प हो रही है। कुछ लोग बीच-बचाव करते नजर आते हैं। अधिकारी का कहना है कि जब उन्होंने युवक को गाड़ी तोड़ने से रोका, तो उसने पत्थर उठाकर उन पर हमला कर दिया। इसके बाद अधिकारी ने भी आत्मरक्षा में जवाब दिया।
सोशल मीडिया पर आक्रोश
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कई लोगों ने इस पर नाराजगी जताई है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर भीड़ तमाशबीन क्यों बनी रही और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई क्यों नहीं की। कई यूजर्स ने विंग कमांडर के साहस और संयम की तारीफ की, वहीं कानून व्यवस्था पर सवाल भी खड़े किए।
निष्कर्ष
यह घटना सिर्फ एक रोड रेज नहीं, बल्कि समाज में बढ़ती असहिष्णुता और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। एक देश के सुरक्षाकर्मी के साथ ऐसी घटना न केवल चिंताजनक है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि नागरिकों को किस हद तक असुरक्षित महसूस करना पड़ता है। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में सख्त कदम उठाने की ज़रूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।