मेरठ में हुई सौरभ राजपूत हत्याकांड की कहानी जितनी सनसनीखेज है, उतनी ही दिल दहला देने वाली भी। सौरभ राजपूत, जो लंदन में एक बेकरी में काम करने वाले पूर्व मर्चेंट नेवी अधिकारी थे, को उनकी पत्नी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने मिलकर मौत के घाट उतार दिया। इस निर्मम हत्या के बाद दोनों ने शव के 15 टुकड़े कर दिए और उन्हें एक ड्रम में बंद कर सीमेंट से सील कर दिया। अब दोनों आरोपियों को चौधरी चरण सिंह जिला जेल में रखा गया है।
जेल में मुस्कान और साहिल की बेचैनी
वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि मुस्कान को महिला बैरक नंबर 12 में और साहिल को पुरुष बैरक नंबर 18 में रखा गया है। दोनों ने पहली रात बेचैनी में गुजारी। मुस्कान ने खाना पीना छोड़ दिया है और किसी से बात नहीं कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, वह पूरी रात रोती रही और साहिल ने भी तनाव में समय बिताया। दोनों ने बगल की बैरक में रखने की मांग की थी, जिसे जेल प्रशासन ने ठुकरा दिया।
18 मार्च को मुस्कान ने खुद किया खुलासा
18 मार्च को मुस्कान अपने मायके गई और वहां अपने माता-पिता को सौरभ की हत्या की जानकारी दी। इसके बाद माता-पिता उसे लेकर पुलिस स्टेशन पहुंचे, जहां उसने अपना गुनाह कबूल किया। पुलिस ने मौके पर जाकर शव को बरामद किया और साहिल को भी गिरफ्तार कर लिया।
सौरभ की मां का खुलासा: पोती ने कहा- "पापा ड्रम में हैं"
सौरभ की मां रेणु देवी ने दावा किया कि उनकी छह साल की पोती को पहले से अपने पिता की हत्या की जानकारी थी। बच्ची ने कहा था, "पापा ड्रम में हैं।" हालांकि, पुलिस ने इस दावे को खारिज कर दिया। पुलिस का कहना है कि बच्ची को यह बात बाद में पता चली होगी, जब मुस्कान पुलिस के सामने सच बता रही थी।
ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप
सौरभ के परिवार ने आरोप लगाया कि मुस्कान के माता-पिता को सौरभ की हत्या के बारे में पहले ही जानकारी थी। उनका कहना है कि कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए मुस्कान का परिवार पुलिस के पास पहुंचा। रेणु देवी ने कहा, "मुस्कान की मां को सच्चाई पता थी लेकिन उन्होंने इसे छुपाया।"
हत्या की साजिश नवंबर 2023 से
पुलिस की जांच में सामने आया कि मुस्कान ने नवंबर 2023 से सौरभ की हत्या की योजना बनाई थी। उसने साहिल की मां के नाम पर एक फर्जी स्नैपचैट आईडी बनाई और साहिल को यह विश्वास दिलाया कि उसकी मृत मां सौरभ को मारना चाहती है। इस विश्वास के चलते साहिल हत्या में मुस्कान का साथ देने को तैयार हो गया।
हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने की योजना
हत्या के बाद मुस्कान और साहिल ने शव को ठिकाने लगाने के लिए कई एकांत जगहों की तलाश की। अंततः उन्होंने सौरभ के शरीर को ड्रम में डालकर सीमेंट से सील कर दिया। पुलिस के अनुसार, सौरभ का परिवार पिछले दो साल से उससे संपर्क में नहीं था, जिस कारण मुस्कान को लगा कि किसी को उसकी अनुपस्थिति पर शक नहीं होगा।
निष्कर्ष
सौरभ राजपूत की हत्या एक सुनियोजित और क्रूर साजिश थी। मुस्कान और साहिल की गिरफ्तारी के बाद भी इस हत्याकांड के कई पहलुओं की जांच जारी है। दोनों फिलहाल 14 दिन की न्यायिक हिरासत में हैं और मामले की अगली सुनवाई जल्द ही होगी। इस हत्याकांड ने मेरठ ही नहीं, पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है।